मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव 2024 : मुजफ्फरनगर में 12 बजे तक 23.2% हुआ मतदान

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मुजफ्फरनगर में 12 बजे तक 23.2% हुआ मतदान:केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने डाला वोट, सपा प्रत्याशी ने बूथ कैप्चरिंग का लगाया आरोप

मुजफ्फरनगर सीट पर सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। 11 बजे तक 23.2% मतदान हुआ है। मुजफ्फरनगर के मालवीय इंटर कॉलेज पोलिंग बूथ पर मतदाता वोट डालने पहुंच रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार संजीव बालियान ने मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला। मुज़फ्फरनगर सपा कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र मलिक ने जैन कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज में मतदान ने किया है। इस दौरान उन्होंने मतदान के बाद जनता से वोट करने की अपील की।

मतदान बूथ संख्या- 193 और 194 पर एक दुल्हन अपना वोट डालने पहुंची। इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव में वोट डालना हर नागरिक का अधिकार है। मैं यहां अपने चाचा को पूरा समर्थन देने आई हूं।” मुजफ्फरनगर में राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल परिवार के साथ वोट डालने पहुंचे हैं।

सपा प्रत्याशी हरेन्द्र मलिक ने बूथ कैप्चरिंग का लगाया आरोप
सपा प्रत्याशी हरेन्द्र मलिक ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर भाजपा प्रत्याशी डॉ. संजीव बालियान के गांव कुटबी में भाजपा एजेंटों पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाते हुए वहां पैरा मिलिट्री फोर्स भेजे जाने की मांग की है। उन्होंने पत्र लिखकर भाजपा प्रत्याशी डा. संजीव बालियान के गांव कुटबी और दूसरे गांव कुटबा में भाजपा एजेंटों के बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया।

मुजफ्फरनगर

गांव टंढेड़ा में संपर्क मार्ग निर्माण न होने से चुनाव बहिष्कार

मुजफ्फरनगर के गांव टंढेड़ा में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। संपर्क मार्ग निर्माण न होने के चलते गांव के लोग एक सप्ताह से धरना देकर प्रदर्शन कर रहे थे। मीरापुर से गांव को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग निर्माण की मांग की गई थी। लेकिन निर्माण न होने से गांव के लोगों ने पोलिंग बूथ पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने गांव के दो कोटेदारों की वोट डलवाकर मतदान प्रारंभ कराया। बावजूद 6 हजार से अधिक मतदाताओं वाले गांव में 11.00 बजे तक मात्र 12 वोट ही पड़ सके।

मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर 18.16 लाख मतदाता अपने प्रत्याशी के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें 9,68,869 पुरुष और 8,48,460 महिला वोटर्स है। वहीं 143 थर्ड जेंडर भी वोट देंगे। मुजफ्फरनगर सीट पर 11 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें पांच निर्दलीय हैं। भाजपा के केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान की प्रतिष्ठा दांव पर है।

ओबीसी वोटर छिटका तो सपा को फायदा

मुजफ्फरनगर में चुनाव का ट्रेंड क्या है? इस पर जानकार बताते हैं “चुनाव का ट्रेंड है कि ज्यादातर ओबीसी वोटर उसी को वोट देता है, जो जाट अगेंस्ट हो। पिछले चुनाव में चौधरी अजित सिंह चुनाव में थे। इसलिए ज्यादातर ओबीसी वोटर भाजपा के साथ चला गया और संजीव बालियान चुनाव जीते। इस बार जाट फेस प्रत्याशी संजीव बालियान हैं। अगर ओबीसी वोटर थोड़ा भी छिटका तो इसका फायदा सीधे तौर पर सपा प्रत्याशी को मिलेगा।”

“इसके अलावा बसपा प्रत्याशी अगर थोड़ा बहुत भी अच्छा चुनाव लड़ा तो भी इसका फायदा सपा को मिलेगा और भाजपा को नुकसान उठाना पड़ेगा। आज के रुझानों में भाजपा और सपा यहां मुख्य फाइट में है। चूंकि संजीव बालियान 10 साल से सांसद हैं और इस दौरान कुछ वोटर असंतुष्ट भी हो जाते हैं, लेकिन सपा कैंडिडेट हरेंद्र मलिक के साथ ऐसी स्थिति नहीं है। इसलिए उन्हें कहीं न कहीं फायदा होता नजर आ रहा है। भाजपा ठाकुर, त्यागी, सैनी वोटर्स को मनाने की कोशिश कर रही है। भाजपा के लिए यही बिरादरी असली चैलेंज हैं।”


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